अक्षांश व देशांतर
- पृथ्वी पर किसी देश या स्थान का निर्धारण करने हेतु वहा के अक्षांश एवं देशांतर का अध्ययन किया जाता है।
- अक्षांश एवं देशांतर रेखाओ का निर्धारण कोणिय रूप मे किया जाता है।
- पृथ्वी के अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व घुमने से दो प्राकृतिक संदर्भ बिंदु प्राप्त होते है - उत्तरी ध्रुव व दक्षिणी ध्रुव।
अक्षांश रेखाएँ
- भूमध्य रेखा को आधार मानकर उसके समानांतर खींची गई रेखाओ को अक्षांश रेखा कहा जाता है।
- पृथ्वी पर कुल अक्षांशो की संख्या - 181 (90 उत्तरी अक्षांश + 90 दक्षिणी अक्षांश + 1 भूमध्य रेखा)
- पृथ्वी पर कुल अक्षांश रेखाओ की संख्या- 179 (क्योंकि 90° अक्षांश केवल एक बिंदु के रूप मे है रेखा नही है।)
- दो अक्षांश रेखाओ के मध्य अंतर - 1° (1° = 111 km)
- दो अक्षांश रेखाओ के मध्य का भाग कटिबंध कहलाता है।
कुछ महत्वपूर्ण अक्षांश
90° उत्तरी अक्षांश - उत्तरी ध्रुवआर्कटिक वृत - 66.30° उत्तरी अक्षांश
कर्क रेखा - 23.30°उत्तरी अक्षांश
उत्तरी अमेरिका-बहामास (द्वीपसमूह), मेक्सिको
अफ्रीका - मिस्र, लीबिया, नाइजर, अल्जीरिया, माली, पश्चिमी सहारा, मॉरितानिया
एशिया - सऊदी अरब, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, चीन, ताइवान,
कर्क रेखा भारत के आठ राज्यों से होकर गुजरती है:
गुजरात
राजस्थान
मध्य प्रदेश
छत्तीसगढ़
झारखंड
पश्चिम बंगाल
त्रिपुरा
मिजोरम
कर्क रेखा माही नदी को दो बार काटती है, पहली बार मध्य प्रदेश में जहां से यह राजस्थान की ओर आगे बहती है और दूसरी बार जब गुजरात में प्रवेश करती है
भूमध्य/विषुवत रेखा- 0°
अफ्रीका महाद्वीप के देश - गैबन, कांगो गणराज्य, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, युगांडा, केन्या, सोमालिया ।
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के देश इक्वाडोर, - कोलम्बिया एवं ब्राजील ।
एशिया महाद्वीप के देश- मालदीव, इंडोनेशिया, किरिबाती, साओटोम और प्रिंसिप ।
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के देश - चिली, अर्जेन्टीना, पराग्वे, ब्राजील
अफ्रीका महाद्वीप के देश - नामीबिया, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक, मेडागास्कर, फ्रेंच पोलीनेशिया (फ्रांस)। ऑस्ट्रेलिया
आर्कटिक वृत- 66.30° दक्षिणी अक्षांश
90° दक्षिणी अक्षांश- दक्षिणी ध्रुव
महाद्वीप व उनसे गुजरने वाली अक्षांश रेखाएँ
- एशिया - आर्कटिक रेखा, कर्क रेखा, भूमध्य रेखा
- अफ्रीका - मकर रेखा, कर्क रेखा, भूमध्य रेखा
- उत्तरी अमेरिका- आर्कटिक रेखा, कर्क रेखा
- दक्षिण अमेरिका- मकर रेखा, भूमध्य रेखा
- युरोप- आर्कटिक रेखा
- आस्ट्रेलिया- मकर रेखा
नोट - 30-35°उत्तरी एवं दक्षिणी दोनो अक्षांशो को अश्व अक्षांश कहा जाता है।
देशांतर रेखाएँ
- उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली काल्पनिक रेखाओ को देशांतर रेखाएँ कहा जाता है।
- 0° देशान्तर के निर्धारण हेतु 1884 मे वाशिंगटन डि सी मे एक सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमे इंगलैंड के ग्रीनविच नामक स्थान पर स्थित शाही खगोलशाला से 0° रेखा का निर्धारण किया गया।
- 0° देशान्तर को ग्रीनविच रेखा/याम्योत्तर रेखा/प्रधान मध्यान्ह रेखा कहा जाता है।
- देशांतर रेखाओ की कुल संख्या- 360
- दो देशांतर रेखाओ के मध्य अधिकतम दुरी - 1° भूमध्य रेखा पर (1°= 111.32Km)
- दो देशांतर रेखाओ के मध्य न्यूनतम दुरी- 1° ध्रुवो पर (1°=0Km)
- दो देशांतरो के मध्य का भाग गोरे कहलाता है।
- जहाँ पर कटिबंध एवं गोर आपस मे काटते है उसे ग्रीड कहा जाता है।
- अटलांटिक महासागर मे भूमध्य रेखा एवं ग्रीनविच रेखा आपस मे काटती है।
अन्तर्राष्ट्रीय तिथि रेखा
- 1884 मे वाशिंगटन डि सी मे एक सम्मेलन आयोजित हुआ, इसमे 180° रेखा को अंतर्राष्ट्रीय तिथी रेखा घोषित किया।
- अंतरराष्ट्रीय तिथी रेखा प्रशांत महासागर से होकर गुजरती है, यह बेरिंग जल संधि से प्रशांत महासागर में प्रवेश करती हैं।
- यह देशांतर रेखा टेढ़ी-मेढ़ी है।
- प्रति 15° देशान्तर के अंतराल पर पृथ्वी पर टाइम जोन बदल जाता है।
- पृथ्वी पर कुल टाइम जोन - 24
- सर्वाधिक टाइम जोन - रूस (11)
- भारत मे कुल टाइम जोन - 1
- समुद्र में रेखांश निर्धारित करने हेतु क्रोनोमीटर (समयमापी) का प्रयोग किया जाता है।
दो देशांतरो के मध्य 4 मिनट का समय अंतराल होता है।
भारतीय मानक समय = 82-1/2° पूर्वी देशांतर (नैनी), इलाहाबाद
यह भारत के 5 राज्यों से गुजरता है।
1) उत्तर प्रदेश
2) मध्य प्रदेश
3) छत्तीसगढ़
4) उडीसा
5) आंध्रप्रदेश
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