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परमाणु संरचना


परमाणु संरचना 

परमाणु

 किसी तत्व का वह सूक्ष्मतम भाग जिसे रासायनिक अभिक्रिया द्वारा ओर छोटे कणो मे विभाजित नहीं किया जा सकता।

परमाणु मुख्य रूप से 3 कणों से मिलकर बना होता है।

1) इलेक्ट्रोन

  • इलेक्ट्रोन की खोज - जे. जे. थाॅमसन
  • यह परमाणु की परिधि कक्ष में मौजूद होते हैं एवं नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
  • यह ऋण आवेशित होते हैं।

2) प्रोटोन

  • प्रोटोन की खोज - गोल्डस्टीन
  • यह धन आवेशित होते हैं।
  • यह परमाणु के नाभिक में पाए जाते हैं।

3) न्यूट्रोन

  • न्यूट्रोन की खोज- जेम्स चैडविक
  • यह उदासीन होते हैं।
  • यह परमाणु के नाभिक में पाए जाते हैं।

अणु

  • परमाणुओ का समूह अणु कहलता है।

सम अणु 

  • इन अणुओ में परमाणु समान अथार्थ एक ही तत्व के होते हैं।
  • जैसे -o2

विषम अणु

  •  इन अणुओ में परमाणु भिन्न-भिन्न तत्वों के होते हैं।
  • जैसे - Co2 
  • परमाणु द्रव्यमान संख्या- किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटोन एवं न्यूट्रॉन की संख्याओं के योग को उस परमाणु कि परमाणु द्रव्यमान संख्या कहते हैं।
  • परमाणु क्रमांक - किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटोन की संख्या।
  • सबसे कम प्रमाणित संख्या - हाइड्रोजन की (1)

परमाणु सिद्धान्त

डाल्टन का परमाणु सिद्धांत

  • इस सिद्धांत के अनुसार परमाणु तत्व के सूक्ष्म कणों से बना है इसे ओर अधिक सूक्ष्म कणों में विभाजित नहीं किया जा सकता।
  • डाल्टन के अनुसार परमाणु को न तो नष्ट किया जा सकता है न ही बनाया जा सकता है।

नील बोर का परमाणु सिद्धांत

  • नील बोर के अनुसार परमाणु के नाभिक के चारों और इलेक्ट्रॉन वृत्ताकार कक्षा मे चक्कर लगाते हैं तथा उनकी उर्जा में तब तक कोई परिवर्तन नहीं आता जब तक की वे अपना कक्ष नहीं बदल लेते हैं।
  • परमाणु के नाभिक का आकार - 10-15

रेडियोधर्मिता

  • रेडियोधर्मीता की खोज- हेनरी बेक्वेरिल (1896)
  • प्रकृति में ऐसे अस्थाई तत्व जो स्वयं विकिरण उत्सर्जित कर अपघटित हो जाते है तथा अन्य तत्वों में रूपांतरित हो जाते हैं ऐसे अस्थायी तत्वो को रेडियोधर्मिता कहा जाता है।

रेडियोएक्टिव पदार्थों से उत्सर्जित विकिरण तीन प्रकार के होते है।

  1. अल्फा किरण - यह धन आवेशित होती है।
  2. बीटा किरण - यह ॠण आवेशित होती है।
  3. गामा किरण - यह उदासीन होती है 

समस्थानिक

  • एक तत्व के प्रत्येक परमाणु मे प्रोटोन की संख्या समान होती है किंतु न्यूट्रोन की संख्या अलग रहती है उन्हे समस्थानिक कहा जाता है।

उदाहरण 

  • कार्बन के समस्थानिक - C-12, C-14 
  • इनमे प्रोटोन की संख्या 6 किंतु न्युट्रान की संख्या क्रमशः 6 एवम 8 होती है।

समस्थानिक दो प्रकार के होते हैं।

स्थायी समस्थानिक 

  • इसे समस्थानिक जो भी विघटित नहीं होते और विकिरण का उत्सर्जन भी नहीं करते।

अस्थायी समस्थानिक 

  • ऐसे समस्थानिक जो विघटित होते हैं तथा विकिरण का उत्सर्जन भी करते हैं।
  • इन्हे ही रेडियोएक्टिव समस्थानिक कहा जाता है।
  • रेडियो एक्टिव समस्थानिक की खोज- क्यूरी दम्पति (मैडम व पियरे क्यूरी)

समभारिक

  • एक तत्व के प्रत्येक परमाणु मे प्रोटोन की संख्या अलग होती है किंतु न्यूट्रोन की संख्या समान रहती है उन्हे समभारिक कहा जाता है।

नाभिकीय विखंडन 

  • नाभिकीय विखंडन की खोज - ओटोहोन व स्टोसमैन
  • किसी बड़े परमाणु के नाभिक का टूटकर छोटे छोटे नाभिकों में बदलना नाभिकीय विखंडन कहलाता है।
  • परमाणु बम नाभिकीय विखंडन के सिद्धांत पर कार्य करता है।
  • परमाणु भट्टी की खोज - एनरिको फर्मी

D2O परमाणु भट्टी में मंदक का कार्य करता है इसे भारी जल भी कहा जाता है।

परमाणु संलयन 

  • छोटे छोटे नाभिको का परस्पर जुडना नाभिकीय संलयन कहलाता है।
  • हाइड्रोजन बम का निर्माण इसी सिद्धांत पर कार्य करता है।
  • हाइड्रोजन बम का निर्माण- अमेरिका 1952 
  • सुर्य मे सबसे ज्यादा तत्व - हाइड्रोजन व हीलियम 

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