राजस्थान की प्रमुख बावडिया व कुंड 👍
- ऐसा जलाशय जिसके पेंदे तक पहुचने के लिए उसके चारों ओर सीढ़ीयो का निर्माण किया गया हो बावडिया कहलाता है।
- बावडी बनाने वाला कारीगर कागा बावडिया कहलाता है।
- बावडी बनाने वाला वास्तुकार कागरिया कहा जाता है।
- राजस्थान मे बावडियो का शहर (City of step wells) - बुंदी
- राजस्थान मे कलात्मक बावडिया शेखावाटी क्षेत्र कि प्रसिद्ध है।
- भीनमाल(जालौर) के कारीगर बावडी बनाने के उतकृष्ट कारीगर माने जाते हैं।
अपराजिता में पृच्छा के अध्याय क्षेत्र में बावडियों के चार प्रकार बताए गए हैं -
- नंदा- इसमें एक दो द्वार तथा तीन कूट होते हैं
- भद्रा- दो द्वारों एवं छः कूट वाली बावड़ी
- जया- जया में तीन द्वार व नो कूट होते है।
- सर्वतोमुख- इसमें चार द्वार तथा बारह सुंदर कुट होते थे
राजस्थान कि प्रमुख बावडिया निम्न है।
लोहिनी बावडी
- यह बसंतगढ (सिरोही) मे स्थित है
- यह राजस्थान कि सबसे प्राचीन बावडी है।
- निर्माण - इसका निर्माण चौहान शासक विग्रहराज द्वितीय कि पत्नि लोहिनी द्वारा करवाया गया।
- इसे स्वप्न मे बनी बावडी कहा जाता है।
चाँद बावडी - आभानेरी (दोसा)
- उपनाम - तिमिस्ला या तिस्मिला, तारावली (तारे जैसी आकृति होने के कारण)
- यह गुर्जर प्रतिहार शैली में निर्मित बावडी है।
- यह विश्व कि सबसे गहरी बावडी है।
- निर्माण-राजा चांद द्वारा
- इसके किनारे पर हर्षद माता का मन्दिर बना हुआ है।
चाँद बावडी- जोधपुर
- उपनाम - चौहान बावडी
- निर्माण- राव जोधा कि रानी चांद कंवर द्वारा।
नौलखा/नवलखा बावडी - डूंगरपुर
- निर्माण- इसका निर्माण आसकरण कि पत्नि प्रिमल देवी द्वारा करवाया गया।
- वास्तुकार- लीलाघर
- यह राजस्थान कि सबसे महंगी बावडी है।
बुंदी की बावडिया
1) रानीजी कि बावडी
- निर्माण- अनिरूद्ध सिंह कि रानी लाड कंवर नाथावती के द्वारा 1669 मे।
- इसे बावडियो का सिरमौर कहा जाता है।
- इसे गीतो हेतु प्रसिद्ध बावडी भी कहा जाता है।
- इसे भुआ भतीजे कि बावडी भी कहा जाता है।
- यह राजस्थान कि सबसे लंबी बावडी है।
2) मेघदूत बावडी
3) भावला बावडी
- भावसिंह कि पत्नि भावलादेवी ने इसका निर्माण करवाया।
4) साहुनाथ कि बावडी
5) अनारकली बावडी
- शत्रुशाल कि रानी अनारकली ने इसका निर्माण करवाया था।
6) नांदरघुस बावडी
7) नानकपुरिया कुंड/बावडी
8) रंडी कि बावडी
9) चिस्तिया बावडी
10) श्याम बावडी
11) तुला बावडी
12) गुल्लू मियां कि बावडी
13) चेन राय करीला कि बावडी
14)काका जी कि बावडी
15)अनक कनक बावडी
16)दमरा/व्यास बावडी
17) चंपा बाग कि बावडी
अन्य महत्वपूर्ण बावडिया
एक चट्टान बावडी - मंडोर(जोधपुर)
- इसे रावण कि चंवरी माना जाता है।
NOTE - चंवरी - विवाह मंडप या फेरो का स्थान
बाटाडु का कुंआ - बाडमेर
- निर्माण - सिणधरी के ठाकुर गुलाबसिंह
- इसे राजस्थान का जल महल कहा जाता है।
चाँदन नलकूप- जैसलमेर
- इसे थार का घडा कहा जाता है।
- इसे रेगिस्तान का अमृत सरोवर कहा जाता है।
लवाण बाबडी - दौसा
- इसे डाकणिया बावडी भी कहा जाता है।
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