". राजस्थान का एकीकरण ~ Rajasthan Preparation

राजस्थान का एकीकरण


 राजस्थान का एकीकरण 

  • एकीकरण से पूर्व राजस्थान मे कुल 19 रियासते एवं 3 चीफशिप (ठिकाने) एवं चीफ कमिश्नर द्वारा प्रशासित अजमेर मेरवाड़ा प्रदेश मे विभक्त था। राजस्थान का एकीकरण 7 चरणो मे पूर्ण हुआ। 

तीन ठिकाने

  • नीमराणा (अलवर)
  • कुशलगढ़ (बांसवाड़ा)
  • लावा (टोंक)
  • स्वंत्रता के पश्चात देसी रियासतो का यह अधिकार सुरक्षित रखा गया की वे चाहे तो भारत संघ मे विलय हो या पाकिस्तान मे मिले या स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रखे। 
  • रियासती विभाग का गठन - 05 जुलाई 1947 
  •  रियासती विभाग का अध्यक्ष- सरदार वल्लभभाई पटेल 
  • रियासती विभाग का सचिव - वी पी मेनन
  •  सरदार पटेल ने स्पस्ट कर दिया था की देसी रियासते 15 अगस्त 1947 से पहले ही भारतीय संघ मे विलीन हो जाए। देसी रियासतो को सार्वजनिक हित मे तीन विषय रक्षा, संचार एवं विदेशी मामले भारत संघ को सौपने थे तथा शेष विषयो  के आंतरिक मामलो मे वे स्वतंत्र थे। 
  • बीकानेर के राजा शार्दूल सिंह ने 7 अगस्त 1947 को अपनी रियासत के भारत विलय करने के सम्मिलन पत्र पर हस्ताक्षर कर दिये। एसा करने वाले वे प्रथम देसी शासक थे, इसके बाद 14 अगस्त तक राज्य की सभी रियासतो भारत संघ मे मिल गई।
  • राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप मे 1 नवम्बर 1956 को आया इससे पूर्व राजस्थान निर्माण के निम्न 7 चरणो से गुजरा। 

मतस्य संघ(प्रथम चरण)-18 मार्च 1948

  • रियासत - अलवर, भारतपुर, धौलपुर एवं करौली रियासत
  • ठिकाना - नीमराणा 
  • राजधानी - अलवर 
  • उदघाटनकर्ता - एन वी गॉडगिल
  • राजप्रमुख - उदयभान सिंह(महाराजा धौलपुर)
  • उपराजप्रमुख- करौली महाराजा
  • प्रधान मंत्री -  शोभाराम कुमावत 
  • इस संघ को मत्स्य संघ नाम के एम मुंशी की सिफ़ारिश पर दिया गया।

राजस्थान संघ (द्वितीय चरण) - 25 मार्च 1948

  • रियासत - बांसवाड़ा, डुंगरपुर, बूंदी, झालावाड, कोटा, प्रतापगढ़, टोंक, किशनगढ़, व शाहपुरा रियासत
  • ठिकाना - कुशलगढ़
  • राजधानी - कोटा 
  • उदघाटनकर्ता - एन वी गॉडगिल
  • राजप्रमुख - भीमसिंह (कोटा महाराव)
  • उपराजप्रमुख - बहादूर सिंह(बूंदी महाराजा)
  • प्रधानमंत्री - गोकुललाल असावा 

सयुंक्त राजस्थान (तृतीय चरण) - 18 अप्रैल 1948

  • रियासत - उदयपुर रियासत
  • राजधानी - उदयपुर 
  • उदघाटनकर्ता -  पंडित जवाहरलाल नेहरू 
  • राजप्रमुख - भूपाल सिंह (महाराणा मेवाड)
  • प्रधानमंत्री - माणिक्यलाल वर्मा 
  • उपराजप्रमुख- भीमसिंह (कोटा महाराव)

वृहत राजस्थान (चतुर्थ चरण) - 30 मार्च 1949

  • रियासत - जयपुर, बीकानेर,जोधपुर,एवं जैसलमेर 
  • उदघाटनकर्ता - सरदार वल्लभ भाई पटेल
  • 19 जुलाई 1948 को लावा को जयपुर रियासत मे शामिल कर लिया गया। 
  • राजधानी -जयपुर (श्री पी सत्यनारायन राव की अध्यक्षता मे गठित कमेटी की सिफ़ारिश पर स्थायी राजधानी बना दीया गया।)
  • राजप्रमुख - सवाई मानसिंह (जयपुर महाराजा)
  • महाराजप्रमुख- भूपाल सिंह(उदयपुर महाराजा)
  • उपराजप्रमुख - भीमसिंह(कोटा महाराव)
  • प्रधानमंत्री - हिरालाल शास्त्री 

संयुक्त वृहत राजस्थान (पंचम चरण) - 15 मई 1949

  • इस चरण के तहत मत्स्य संघ को सयुंक्त राजस्थान मे मिलाने हेतु 3 सदस्यीय शंकरदेव राय समिति गठित की जिसकी सिफ़ारिश पर मत्स्य संघ को वृहत राजस्थान मे मिला दिया गया। 

पूर्व राजस्थान संघ (षष्टम चरण) - 26 जनवरी 1950

  • इस चरण मे आबू व देलवाड़ा को छोड़कर सिरोही का समस्त क्षेत्र संयुक्त वृहत राजस्थान मे मिलाकर इस भू भाग को राजस्थान नाम दिया गया। 

वर्तमान राजस्थान (सप्तम चरण)- 1 नवम्बर1956 

  • इस चरण मे सिरोही की आबु व देलवाड़ा तहसील एवं मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले की मानपुरा तहसील का सुनेल टप्पा व अजमेर मेरवाड़ा क्षेत्र राजस्थान मे मिला दिया गया। 
  • 1  नवम्बर 1956 को राजस्थान निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण हुई एवं राजस्थान अपने वर्तमान अस्तित्व मे आया।
  • इसी दिन राजप्रमुख का पद समाप्त कर राजप्रमुख का पद सृजित किया गया। 
  • प्रथम राज्यपाल के रूप मे सरदार गुरुमुख निहालसिंह को शपथ दिलाई गई।
  • 1 नवम्बर 1956 तक राजस्थान मे कुल जिले-26

राजस्थान के नवनिर्मित जिले

1 नवंबर 1956 तक राजस्थान में कुल 26 जिले थे 2008 तक बढ़कर 33 हो गए।
  • धौलपुर(27वाँ) - 15 अप्रैल 1982
  • दौसा (28वाँ) - 10 अप्रैल 1991
  • बांरा (29वाँ) - 10 अप्रैल 1991
  • राजसमन्द (30वाँ) - 10 अप्रैल 1991
  • हनुमानगढ (31वाँ) - 12 जुलाई 1994
  • करौली (32वाँ) - 19 अप्रैल 1997
  • प्रतापगढ़ (33वाँ) - 26 जनवरी 2008

महत्वपूर्ण तथ्य

  • सबसे प्राचीन रियासत - मेवाड
  • सबसे नवीन रियासत- झालावाड़ 
  • सबसे बडी रियासत - जोधपुर
  • सबसे छोटी रियासत- शाहपुरा 
  • जनसंख्या कि दृष्टि से सबसे बड़ी रियासत- जयपुर 
  • जनसंख्या कि दृष्टि से सबसे छोटी रियासत- शाहपुरा
  • एकमात्र मुस्लिम रियासत- टोंक 
  • एकीकरण मे समय - 8 वर्ष 7 माह 14 दिन

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