तत्व, यौगिक एवं मिश्रण
तत्व
- एक ही प्रकार के कणो से मिलकर बने द्रव्य को जिन्हें किसी भी भौतिक व रासायनिक प्रक्रम द्वारा थोड़ा ना जा सके तत्व कहलाते हैं।
- तत्व शब्द रॉबर्ट बॉयल ने दिया।
- अब तक लगभग 118 तत्व खोजे जा चुके हैं।
पृथ्वी पर सर्वाधिक मात्रा में उपलब्ध तत्व
- ऑक्सीजन (46.6%)
- सिलिकन(27.7%)
- एल्युमिनियम (8.3%)
1) धातु
- ये ठोस अथवा कठोर होती है।
- धातु चमकीली होती है।
- यह विद्युत एवं उष्मा के सुचालक होते है।
- इनमें तन्यता का गुण पाया जाता है।
- मर्करी एकमात्र ऐसी धातु है जो तरल अवस्था में पाई जाती है।
2) अधातु
- यह ठोस द्रव एवं तरल अवस्था में पाई जाती है।
- यहां विद्युत एवं उष्मा की कुचालक होती है।
- ग्रेफाइट एकमात्र ऐसी अधातु है जो विद्युत की सुचालक होती है।
प्रमुख अधातुएँ
ऑक्सीजन (O2)
- इसे प्राणवायु भी कहते हैं सजीव श्वसन क्रिया में ऑक्सीजन गैस का उपयोग करते हैं।
- यह रंगहीन, गंदहीन स्वादहीन गैस है।
- ऑक्सीजन जल में घुलनशील है इसी कारण मछलियां एवं अन्य जलीय जीव जीवित रहते हैं।
- ऑक्सीजन स्वयं नहीं जलती परंतु यह जलाने में सहायक है।
हाइड्रोजन (H)
- यह रंगहीन, गंधहीन एवं स्वादहीन गैस है।
- यह सबसे हल्की गैस है।
- यह ज्वलनशील गैस है, किंतु यह जलाने में सहायक नहीं है।
उपयोग
- वनस्पति घी के उत्पादन में
- हल्की होने के कारण उसका उपयोग गुब्बारों में किया जाता ह।
- कोयले से कृत्रिम पेट्रोल बनाने में।
नाइट्रोजन (N2)
- यह ब्रह्मांड में सर्वाधिक गैस है।
- यह जल में घुलनशील नहीं है।
- यह न तो स्वयं जलती है नहीं जलाने में सहायक है।
उपयोग
- विद्युत बल्ब में इसका उपयोग किया जाता है।
- थर्मामीटर में उपयोग किया जाता है।
क्लोरीन (Cl)
- यह विषैली गैस है।
- यह स्वयं नहीं जलती है किंतु जलाने में सहायक है।
उपयोग
- कागज तथा कपड़ा उद्योग में
- पीने के पानी को जीवाणु रहित रखने के लिए।
- क्लोरोफॉर्म, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल निर्माण में।
सल्फर
इसे गंधक का अम्ल कहा जाता है।
इसे अम्लों का राजा भी कहा जाता है।
गंधक का तेजाब - सल्फ़्यूरिक अम्ल
उपयोग
- यह चर्म रोगों में लाभ प्रद है।
- कीटनाशक और रोगाणु नाशक में उपयोग।
फास्फोरस
- यह बहुत ही नरम होता है अतः चाकू से काटा जा सकता है।
- यह स्वतः जल उठता है इसलिए इसे जल में रखा जाता है।
उपयोग
- दोहे के बादल बनाने में
- आतिशबाजी में
- चूहों की दवाई बनाने में।
3) उपधातु
- वे तत्व जिनमें धातु एवं अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं उन्हें उपधातु कहा जाता है।
- 1813 में बर्जीलियस ने तत्व के प्रतीकों के लिए एक रासायनिक प्रणाली दी इसके अंतर्गत तत्वों के लेटिन नाम के प्रथम अक्षर को उसका प्रतीक माना जाता है।
- जैसे - हाइड्रोजन का प्रतीक H है।
आवर्त सारणी
- निर्माण- दमित्र ई मैणडलीफ (1869)
- इन्होने परमाणु भार को आधार मानकर आवर्त सारणी का निर्माण किया।
- आवर्त सारणी के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उसके परमाणु भारो के आवर्ती फलन होते हैं।
- मेंडलीफ ने लैंथेनाइड और एक्टिनाइड तत्वों को दुर्लभ मृदा तत्व कहा।
- आवर्त - आवर्त सारणी की क्षेतिज पंक्तियो को आवर्त कहा जाता है।
- वर्ग - आवर्त सारणी की खड़ी पंक्तियों को वर्ग कहा जाता है।
- इस सारणी में बाएं से दाएं जाने पर नाभिकीय आवेश एवं परमाणु भार बढ़ता है।
- मेंडलीफ हाइड्रोजन एवं समस्थानिक तत्वो को उचित स्थान नहीं दे पाए।
- निर्माण- हेनरी मोजले (1913)
- आधुनिक आवर्त सारणी के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्म उनके परमाणु क्रमांको के आवर्ती फलन होते हैं।
यौगिक (Compound)
- भिन्न भिन्न तत्वो के दो या दो से अधिक परमाणु निश्चित अनुपात मे रासायनिक बंधो द्वारा संयोजित होकर यौगिक बनाते हैं।
- जैसे - CO2 एक यौगिक है इसमें कार्बन का एक अणु एवं ऑक्सीजन के दो अणु मिलकर कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण करते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण यौगिक
- शक्कर - C11H22O11
- जल - H2O
धातुओं के प्रमुख यौगिक
- इसे साधारण नमक कहते हैं सामान्य तो समुद्री जल अथवा खारे पानी की झीलों के वाष्पन से प्राप्त किया जाता है।
- यह जल में विलयशील होता है।
- भोजन बनाने हेतु।
- हिमकारी मिश्रण बनाने हेतु।
- मक्खन, मांस, मछली, आदि को सड़ने से बचाने हेतु।
सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH)
- इसे कास्टिक सोडा भी कहा जाता है।
- यह जल में विलयशील है।
उपयोग
- साबुन, अपमार्जक, कागज व रेशन के उद्योग में।
- पेट्रोलियम को शुद्ध करने में।
- कार्बन डाइऑक्साइड गैस अवशोषित करने में।
- रंजक उद्योग में
- इसे धावन सोडा (कपडे धोने का सोडा) भी कहते हैं।
उपयोग
- जल को मृदु करने में।
- कपड़े धोने में
- प्रयोगशाला में संगलन मिश्रण बनाने में।
सोडियम बाइकार्बोनेट(NaHCo3)
- इसे बेकिंग सोडा, खाने का सोडा, मीठा सोडा भी कहते हैं।
उपयोग
- अग्निशामक में
- बेकिंग पाउडर के निर्माण।
सिल्वर नाइट्रेट (AgNo3)
- इसे लूनर कास्टिक भी कहा जाता है.
उपयोग
- निशान लगाने वाली अमिट स्याही बनाने में।
- फोटोग्राफी में
- रजत दर्पण बनाने में
सिल्वर हैलाइड (AgCl, AgBr, Agl)
- इनका उपयोग फोटोग्राफी में होता है।
- प्रमुख का अधातु एवं उनके योगिक।
होर्न सिल्वर - सिल्वर क्लोराइड (Agcl)
उपयोग- फोटोक्रोमिक कांच बनाने मे।
मिश्रण (Mixture)
- दो या दो से अधिक पदार्थों का किसी भी अनिश्चित अनुपात में भौतिक संयोजन मिश्रण कहलाता है।
कुछ महत्वपूर्ण मिश्रण
- वायु
मिश्रण के दो प्रकार हैं।
- संमांगी मिश्रण - वह मिश्रण जिसका घटक एक दूसरे में पुर्णतः मिश्रित हो।
- विषमांगी मिश्रण- वह मिश्रण जिसका घटक एक दूसरे में पूर्णतः मिश्रित न हो।
अन्य महत्वपूर्ण तत्व
फलो को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए एथिलीश एवं एसीटीलीन गैस का उपयोग किया जाता है।
पानी का सर्वाधिक घनत्व - 4°C
4°C पर पानी का आयतन सबसे कम होता है।
पानी का न्यूनतम घनत्व - 0°C
0°C पर पानी का आयतन सबसे अधिक होता है।
मानव शरीर में सर्वाधिक तत्व - ऑक्सीजन
सामान्य ताप - 0° से 273°K
परम शुन्य ताप - -273°C या 0K
ऐसी धातु जो कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहती है - पारा (Murcury)
ऐसी अधातु जो कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहती है - ब्रोमीन
सोडियम (Sodium)
यह हवा के संपर्क में आते ही जल उठती है इसलिए इसे मिट्टी के तेल मे रखा जाता है।
यह मुलायम धातु है इसे चाकू से काटा जा सकता है।
सर्वाधिक क्रियाशील धातु - सीजीयम
सर्वाधिक क्रियाशील तत्व या अधातु - फ्लोरीन
सबसे कम क्रियाशील धातु - प्लेटिनम एवं सोना
सबसे कम क्रियाशील तत्व या अधातु - हीलियम
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