". सिंधु घाटी सभ्यता ~ Rajasthan Preparation

सिंधु घाटी सभ्यता


भारतीय सभ्यता

सभ्यता की खोज कैसे हुई?

एशियाटिक सोसाइटी 

  • इसकी स्थापना 1784 में सर विलियम जॉन्स द्वारा कोलकाता में की गई।
  • इसका उद्देश्य भारत एवं दक्षिण- मध्य एशिया के इतिहास की खोज करना था।
चार्लस मैसेन ने 1826 में हड़प्पा टीले का भ्रमण करके कहा की यहां कोई प्राचीन सभ्यता दफन है।

पुरातत्व विभाग

  • अलेक्जेंडर कनिंघम ने वायसराय लॉर्ड कैनिंग की सहायता से 1861 मे पुरातत्व विभाग का गठन किया इसलिए इसे पुरातत्व विभाग का जनक कहा जाता है।
  • 1902 में लॉर्ड कर्जन ने पुरातत्व विभाग का नाम भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग कर दिया।
  • विभाग का महानिदेशक जॉन मार्शल को बनाया गया।
  • 1920 मे इस विभाग का उत्खनन प्रभारी दयाराम साहनी को बनाया गया।

सिंधु घाटी सभ्यता/ हडप्पा सभ्यता (Indus Valley Civilization)


  • यह कांस्य युगीन सभ्यता है।
  • 1921 में दयाराम साहनी ने सिंधु सभ्यता की खोज की।
  • जॉन मार्शल में इसे सिंधु सभ्यता नाम दिया था।
  • रफीक मुगल ने इसे सिंधु घाटी सभ्यता नाम दिया।
  • इस सभ्यता के स्थल कई जगहो से प्राप्त हुए इस कारण इसके नाम को लेकर मतभेद उत्पन्न हुए किन्तु एक सम्मेलन मे यह तय किया गया की, इस सभ्यता मे सर्वप्रथम हड़प्पा स्थल मिला इसलिए इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता नाम दिया गया।
  • हडप्पा सभ्यता का विस्तार 20 लाख वर्ग किमी है।
  • प्राचीन भारत मे इस सभ्यता का विस्तार 13 लाख वर्ग किमी है।
  • कार्बन डेटिंग पद्धति के अनुसार एक सभ्यता का विकास 2350 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व के बीच हुआ।
  • सिंधु घाटी सभ्यता का आर्थिक समृद्धि का आधार व्यापार एवं वाणिज्य था।
  • इस सभ्यता मे अधिकांश शहर मिले किन्तु इसे नगरीय एवं ग्रामीण सभ्यता कहा जाता है।
  • इसका प्रत्येक शहर दो भागो मे बंटा हुआ था जिसका पश्चिमी भाग किलेबंद व पूर्वी हिस्सा खुला होता था। 
  • सिंधुवासी मृतक के पैर दक्षिण दिशा मे रखकर गाढ़ते थे। 
  • सिंधुवासियों को लिपि का ज्ञान था। 
  • कूबड़ वाला बैल पूज्य था। 
  • लोहे से अपरिचित थे।
  • मिट्टी के बर्तनो पर लाल रंग का प्रयोग करते थे।

सिंधु घाटी सभ्यता के निर्माण के संबंध में मत

मेसोपोटामिया  के लोगों द्वारा

  • मार्टिन व्हीलर के अनुसार इसका निर्माण मेसापोटामिया के लोगो ने किया।
  • समर्थनकर्ता - जॉन मार्शल, अर्नेस्ट मैके, डीडी कोशाम्बी, गार्डन चाइल्ड 

आर्यों द्वारा 

  • प्रोफेसर रामचंद्रन के अनुसार
  • समर्थनकर्ता - के एन शास्त्री, एस एन राव

स्थानीय लोगों द्वारा

  • फेयर सर्विस के अनुसार
  • समर्थनकर्ता- डेल्स, रोमिला थापड
अधिकांश विद्वानो के मतानुसार इस सभ्यता का निर्माण द्रविड़ों ने किया।

यह सभ्यता 3 देशों में फैली हुई है।

  • अफगानिस्तान 
  • पाकिस्तान 
  • भारत

अफगानिस्तान में सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल

1) शोर्त गुई

  • यह सिंधु सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल है।
  • नदी - पेंज नदी

विशेषताएं

  • नहरो के साक्ष्य मिले।
  • सोने के टुकड़े मिले।
  • कीमती नगीने प्राप्त हुए।

2) मुण्डीगाॅक

पाकिस्तान मे सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल

  • पाकिस्तान के 3 प्रान्तो से सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल प्राप्त हुए हैं - ब्लूचिस्तान, सिंध व पंजाब

ब्लूचिस्तान से सिंधु घाटी सभ्यता के 8 स्थल प्राप्त हुए।

1) मेहरगढ

  • यह सबसे प्राचीनतम निर्मित सैधव स्थल है यह 8500 ईसा पूर्व से 7000 ईसा पूर्व का स्थल है।

विशेषताएं 

  • प्राचीन अन्नागार।
  • गेहूं व जौ के साक्ष्य मिले।

2) रानागुडाई

3)सुत्कागेंडोर

  •  नदी - दाश्क
  • यह हडप्पा सभ्यता का सबसे पश्चिमी स्थल है।

4) कुल्ली

5) नाल

6) डाबरकोट

7) बालाकोट

विशेषताएं

  • शिप के मनके बनाने का उद्योग

8) सुतकाकोह

पाकिस्तान में सिंध मे स्थित सभ्यता स्थल
  • पाकिस्तान के सिंध में 8 सभ्यता स्थल प्राप्त हुए।

1)मोहनजोदड़ो

  • शाब्दिक अर्थ- मृतकों का टीला
  • खोज - राखल दास बनर्जी (1922)
  • उत्खननकर्ता- राखलदास बनर्जी, अर्नेस्ट मैके
  • यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर है।

विशेषताएं

  • वृहद स्नानागार।
  • सभा भवन मिला।
  • विकसित नाली व्यवस्था 
  • काशे से बनी हुई नृत्यांगना की मूर्ति।
  • पशुपति शिव की मोहर।
  • पत्थर की पुजारी की मूर्ति।
  • चाँदी के साक्ष्य।
  • सुती वस्त्र।
  • सर्वाधिक मुहरे यहाँ से प्राप्त हुई।
  • हाथी का कपालखंड।

2) जूदेरजोदड़ो

3) लोहमजोदडो

4) चहुन्दडो

  • खोज- गोपाल मजूमदार (1931)
  • उत्खननकर्ता- अर्नेस्ट मैके

विशेषताएं

  • मनके बनाने का कारखाना।
  • काली स्याही
  • श्रृंगार दान
  • बटखरे (माप तौल के बाट) निर्माण का उद्योग
  • वक्राकार ईंटें।

5) अमरी

6) कोटदीजी

7) अलीमुराद

8) अल्लाहदिनो

यह सिधु सभ्यता का सबसे छोटा स्थल है।

पाकिस्तान के पंजाब में स्थित सभ्यता स्थल।

  • पाकिस्तान के पश्चिमी पंजाब में 6 स्थल स्थित है।

1) जलीलपुर

2) रहमान ढेरी

3) हडप्पा 

  • जिला - शाहीवास 
  • नदी - रावी
  • खोज -दयाराम साहनी (1921)
  • उत्खननकर्ता- दयाराम साहनी, माधो स्वरूप वत्स, मार्टिन व्हीलर 

विशेषताएं

  • स्वास्तिक
  • R 37 सामूहिक कब्रिस्तान मिला।
  • सर्वाधिक लेखयुक्त मुहरे।
  • साँप को पैरो मे दबाए उडते गरूड का चित्र।
  • बकरे के साथ शवाधान।
  • शंख का बैल।
  • कांसा गलाने का पात्र। 
  • श्रमिकों/ कर्मचारियों का निवास स्थल।

4) सराय नोहरराय

5) डेराइस्माइल 

6) लिऑन

भारत मे स्थित सिंधु घाटी सभ्यता स्थल

माण्डा - (कश्मीर)

  • नदी - चिनाब
  • यह भारत मे सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल है।
पंजाब मे स्थित सभ्यता स्थल 

1) बाडा

2) सूघोल

3) रोपड/कोटला निहंगखान

  • नदी - सतलज 
  • आधुनिक नाम - रूपनगर
  • यह स्वतंत्रता के पश्चात् भारत मे उत्खनित पहला स्थल है।

विशेषताएं 

  • कुत्ते के साथ दफन मनुष्य।
  • ताम्र कुल्हाडी प्राप्त हुई।

हरियाणा में स्थित सिंधु घाटी सभ्यता स्थल 

1) कुनाल

2) मित्ताथल

3) भर्राना

4) राखीगढी

  • नदी - घग्गर 
  • 2020 मे प्रधानमन्त्री ने इसे राजकीय संग्रहालय घोषित किया है।
  • यह भारत मे खोजा गया सिंधु सभ्यता का सबसे बडा स्थल है।

5) बनावली

  • नदी - घग्गर 
  • इसकी सड़के समकोण पर नही काटती है।

विशेषताएं 

  • मिट्टी का बना हुआ हल।
  • स्वर्णकार का घर।
  • व्यापारी का घर। 
  • जौ, तिल व सरसो का ढेर।

उत्तर प्रदेश में स्थित सिंधु घाटी सभ्यता स्थल

1) बडा गाँव 

2) हुल्लास राव

3) आलमगीरपुर

  • नदी - हिण्डन नदी
  • यह सिंधु सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल है। 

विशेषताएँ 

  • मृदभांडो पर मोर व गिलहरी की चित्रकारी

राजस्थान मे स्थित सिंधु घाटी सभ्यता स्थल

गुजरात मे स्थित सिंधु घाटी सभ्यता स्थल

  • सिंधु घाटी सभ्यता के सर्वाधिक उत्खनित स्थल गुजरात में स्थित है।

1) रोजदी

  • नदी - भादर

2) धोलावीरा

  • यह भारत का सबसे सुन्दर हडप्पा स्थल है।
  • यह स्थल दो खंडो मे विभाजित न होकर तीन खंडो मे विभाजित था।
  • यह सिंधु सभ्यता का सबसे नवीनतम खोजा गया स्थल है।
  • खोज - जगपति जोशी
  • उत्खननकर्ता- रविन्द्र सिंह बिस्ट

विशेषताएं 

  • उत्तम जल संग्रह प्रणाली 
  • सबसे बड़ा अभिलेख या नमपट्टीका अभिलेख 
  • खगोल प्रक्षेपण स्थल
  • घोडे कि कलाकृतियाँ 
  • स्टेडियम प्राप्त हुआ।

3) सुर कोटडा

विशेषताएं

  • घोडे कि अस्थियाँ।
  • पत्थर से ढकी हुई कब्रे।
  • तराजू का पलडा

4) मालवण

  • नदी - ताप्ती

5) देशलपुर 

6) रंगपुर

  • नदी - भादर

7) लोथल

  • जिला- अहमदाबाद 
  • नदी - भोगवा नदी
  • खोज- एस आर राव

विशेषताएं

  • बंदरगाह (गोदिबाड़ा) प्राप्त हुआ 
  • मनके बनाने का कारखाना।
  • शल्य क्रिया के साक्ष्य
  • हाथी दांत का पैमाना।
  • मृदभाण्ड पर चालाक लोमडी का चित्रण
  • ममी के साक्ष्य।
  • कछुए की हड्डियाँ। 
  • एकमात्र स्थान जहा से चक्की के दो पाट मिले। 
  • अग्नि कुंड। 
  • दिशा मापक यंत्र। 
  • कपास के प्रमाण

8) प्रभासपाटन

9) करीमशाही

10) भोगत्रार

11) नागेश्वर

महाराष्ट्र में स्थित सिंधु घाटी सभ्यता स्थल 

1) दैमाबाद

  • यह हडप्पा सभ्यता का सबसे दक्षिणी स्थल है।
  • नदी - प्रवरा नदी

विशेषताएं

  • कांस्य रथ।
  • सांड, गैंडा, हाथी कि मुर्तिया

सिंधु सभ्यता का पतन 

  • मार्टिसर व्हीलर के अनुसार आर्यों के आक्रमण से यह सभ्यता नष्ट हो गई। 
  • ओरेल सटीन व अम्लानन्द घोष के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण। 
  • एम आर साहनी के अनुसार - बाढ़ के कारण 
  • फेयर सर्विस के अनुसार - पारिस्थितिकी असंतुलन के कारण। 
  • जॉन मार्शल के अनुसार - प्रशासनिक शिथिलता के कारण। 
  • कैनेडी के अनुसार -प्राकृतिक आपदा के कारण 
  • लेंब्रिक के अनुसार - सिंधु नदी के मार्ग परिवर्तन के कारण


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